औरत

औरत

कभी किसी का सम्मान बनती है तो,

कभी किसी की कामयाबी के पायदान बनती है,

तो फिर क्यू कहते हैं लोग तू औरत है न

तेरा दिल मर्दो की तरह मजबूत कहा,

घर संवारते संवारते खुद सजाना भूल जाती है

पर कभी मर्द बनाने का सलूक कहा

तू औरत है न तेरा दिल मर्दो की तरह मजबूत कहा ।

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